Vote 'मन्नत और दुवाओंकी की खुशबु बस मंदिर-मज्जित में ही मिलती रह गयी... जिंदगी के आते सिलसिलोंने ही, मुरांदों की पुरी झोली भर दी '। -अनुराग सोनवणे® ©Anurag sunil Sonawane #मुरादे Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto