मुझे कहना हैं तुम्हे कि अब कुछ बदल रहा हूं मैं !
तू याद आज भी हैं पर बताना भूल रहा हूं मैं !!
प्यार तो करता हूं पर उसे जताना छोड़ रहा हूं मैं !
गुस्सा आज भी बहुत है पर उसे अब दबा रहा हूं मैं !!
तलब आज भी है कि बात करू तुमसे !
पर अंदर ही अंदर उसको मार रहा हूं मैं !!
परवाह आज भी हैं तेरी पर बेपरवाह होना चाह रहा हूं मैं !
दिल मे दर्द आज भी हैं पर दर्द संग जीना सीख रहा हूं मैं !!
मुझे कहना हैं तुम्हे कि अब कुछ बदल रहा हूं मैं !
तू याद आज भी हैं पर बताना भूल रहा हूं मैं !!
©alfaj a sohit
#Love