मुझे अब नींद की तलाश नहीं,
अब रातों को जागना अच्छा लगता हैं...
मुझे नहीं मालूम की वो मेरी किस्मत में हैं या नहीं,
मगर खुदा से उसे मांगना अच्छा लगता हैं...
जाने मुझे हक हैं या नहीं,
पर उसकी अपनी जान से ज्यादा परवाह करना अच्छा लगता हैं...
उससे प्यार करना सही हैं या नहीं,
पर इस एहसास को जीना अच्छा लगता हैं ...
कभी हम साथ होंगे या नहीं,
पर ये ख्वाब देखना अच्छा लगता हैं...
वो मेरा हैं या नहीं,
पर उसे अपना कहना अच्छा लगता हैं...
दिल को बहलाया बहोत पर मानता ही नहीं,
शायद इसे भी उसके लिए धड़कना
अच्छा लगता हैं...!!
❤️💙💜
✍️ Mangal..!!
©Nitesh Pichhode Mangal
मुझे अब नींद की तलाश नहीं,
अब रातों को जागना अच्छा लगता हैं...
मुझे नहीं मालूम की वो मेरी किस्मत में हैं या नहीं,
मगर खुदा से उसे मांगना अच्छा लगता हैं...
जाने मुझे हक हैं या नहीं,
पर उसकी अपनी जान से ज्यादा परवाह करना अच्छा लगता हैं...
उससे प्यार करना सही हैं या नहीं,
पर इस एहसास को जीना अच्छा लगता हैं ...