जुगनू कि रौशनी थोड़ी ही सही
रात के अंधेरे को हरा जाता है
उम्मीद कि लौ छोटी ही सही
नाउम्मीदी के अंधेरे में जगमगाता है
आशा कि डोर पतली हि सही
सपनों को जगाता है
आत्मविश्वास कि नौका छोटी ही सही
जिंदगी के समंदर में साहिल तक ले जाता है।
©Amit Sir KUMAR
#Light जुगनू कि रौशनी छोटी हि सही...