हर जीत को जीता हे मेने
हर हार यहाँ पर मेरी है ।
जो बात मे कहता हूं । शब्दों मे
वो बात यहाँ पर मेरी है
मेने हि चाहां है । सबको
मेने ही तो सबको छोड दिया
रन्क यहा हूं । राजा मे ही
मे ही हूं । जो अभिमानी हूं ।
मुझसे ज्यादा कोन ही होगा
मे ही हूं । जो अज्ञानी हूँ।
©Gourav Shrivas
#darkness