"हमारे लिए ये शौभाग्य की बात है, कि हमने सत्य, अहिंसा, बंधुत्व और सम्यक प्रज्ञा के द्वारा दुःखों से मुक्ति दिलाने वाले, तत्वज्ञ, विश्व गुरु, तथागत प्रबुद्ध के देश में जन्म लिया, किन्तु उससे भी बड़ा दुर्भाग्य यह है कि हम उनसे कुछ सीख ना पाए।
अमर 'अरमान'
लेखक व कवि
©Amar'Arman' Baghauli hardoi UP"