थक गया हूं पढ़ पढ़कर, इबारत किताबों की, अब सीख रहा | हिंदी शायरी

"थक गया हूं पढ़ पढ़कर, इबारत किताबों की, अब सीख रहा हूं चेहरों को, पढ़ने का हुनर। 🍁🍁🍁 ©Neel"

 थक गया हूं पढ़ पढ़कर, इबारत किताबों की,
अब सीख रहा हूं चेहरों को, पढ़ने का हुनर।

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©Neel

थक गया हूं पढ़ पढ़कर, इबारत किताबों की, अब सीख रहा हूं चेहरों को, पढ़ने का हुनर। 🍁🍁🍁 ©Neel

#हुनर 🍁

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