सुखा_वृक्ष
कौन मुझको प्यार देगा
पत्तियाँ ना फूल है
मैं अगर पालू ये हसरत
तो ये मेरी भूल है
खूबसूरत हुश्न दुनिया
को लुभाती है सदा
या कोई दौलत लुटाये
फूल फल से हो लदा
पास है जिसके न दोनों
उसकी किस्मत फूटी है
आएँगी दामन में ना अब
उसकी खुशियों रूठी है
जख्म कुल्हाड़ी के बेखुद
एक दिन सहना उसे
दर्द तन्हाई का लेकर
दिल में है रहना उसे
©Sunil Kumar Maurya Bekhud
#Sukha