White जो प्यार किया उससे वो वसूल नहीं पाया,
उत्तर कभी भी उससे अनुकूल नहीं पाया।
मैं भीगकर भी यारो भीगने से रह गया,
फूलों सी हसीं उसकी कभी भूल नहीं पाया।
कवि राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय
चित्रकूट उत्तर प्रदेश
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©Rajendra Prasad Pandey Kavi
#जो प्यार किया उससे वो वसूल नहीं पाया