akela भी गुजर gaya
उन सख़्त राहों से...
जिन पर फिसलना आम सी बात है।
हर शख्स के लिए। जिस राह पर चल pada tha मैं... वो नामालूम रास्ता था मेरे लिए, मैं एक मंज़िल jesa उसको नज़र aaya tha जहां अपने भी साथ छोड़ देते हैं, हाँ! मैं कुछ ऐसे ही गुनाह कर aaya tha jo kabhi mafi ke layak na the 😭 । @kash..
©katil @