"" चल उड़ जा रे मन कही
किसी पंछी की तरह ,
बहुत रंगीन दिखेगी दुनिया
ऊंचे आसमान में पहुँचकर ..
वहाँ कोई शोर न होगा ,
तेरी आजादी छीनने वाला कोई और न होगा ......
बस तेरी ख्वाइशें, तेरे ही इरादे
पूरे कर लेना ऐ मन तू खुद से किये सारे वादें .....
चल उड़ जा रे मन कहीं ....
©Parul (kiran)Yadav
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