रंग और रूप आज रात हैं तो कल सवेरा आयेगा..
थककर नहीं तुझे हौसलों से अपना मुकाम पाना हैं..
डूंड कर तुझे अपनी मंजिल को ही पाना हैं..
मत डर इन मुश्किलों से तुझे आज इनको हराना हैं..
कर ले बगाबत उस अजीज-ए-खास से इतनी मेरे काफिर..
खो गया है जो उसे तुझे हाथ पकड़कर अपने घर को लाना हैं..
dedicated to sonika didi
😊😊