मिलते नही अब मुलाक़ातों से डरते हो क्या ख़्वाबों में नही आते ख़यालातों से डरते हो क्या ये दोस्ती अपनापन अब नही जताते जज्बातों में रहते हो यूँ ही लोगों के सवालातों से डरते हो क्या ।आप मेरी शायरी इतनी शिद्दत से पढकर हँसते हो क्या।
©Nilesh Dwivedi
#teatime #Nojoto #Love Shikha Sharma deepshi bhadauria कुमार रंजीत (मनीषी) Kumar Pankaj