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"दोहामुक्तक: अजनबी आज अजनबी हो गया, देखो सब संसार। पहले सब संयुक्त था, अलग हुआ परिवार। खुशियाँ गम सब एक थे, मेल–जोल का भाव। धन की जागी लालसा, छूट गया घर–द्वार॥ Dinesh Pandey © दिनेश कुशभुवनपुरी "
दोहामुक्तक: अजनबी आज अजनबी हो गया, देखो सब संसार। पहले सब संयुक्त था, अलग हुआ परिवार। खुशियाँ गम सब एक थे, मेल–जोल का भाव। धन की जागी लालसा, छूट गया घर–द्वार॥ Dinesh Pandey © दिनेश कुशभुवनपुरी
#दोहा #मुक्तक #अजनबी R K Mishra " सूर्य " PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' @Rank Nameless @Ritu Tyagi @RD bishnoi मनोज मानव @Anshu writer शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) @.Indian Sing Language सुरमई साहित्य Suhana parvin. please Humko support aur gift Kijiye - repost kijiye-Boss @Naveen Kumar सूर्यप्रताप सिंह चौहान (स्वतंत्र) @Raj Guru @gungun gusain @Alone Amit @Subhash Chandra Nîkîtã Guptā Diksha Singh @kanta kumawat @Anupriya @Priya Rajpurohit @Anjali Srivastav RJ राहुल द्विवेदी 'स्मित' गुरु देव advocate SUR
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