एक शायर की नजर में
पाँच किस्म के शेर होते हैं _
एक वो जो जंगल में रहते हैं
अपनी बादशाहत साबित करने के लिए
शिकार करके अपनी दहशत फैलते हैं,
दूसरे हैं कागजी शेर
जो घर बैठे लिख तो सकते हैं
पर अपनी बात नहीं रख सकते
तीसरे वो जो घर में तो शेर हैं,
मुश्किल वक़्त में ढ़ेर हो जाते हैं
चौथे वो जो आपके घरों में खा कर
पीठ पीछे आपकी ही बातें करते है
पाँचवें वो जो रहते तो शांत हैं
पर जरूरत पड़ने पर
दहाड़ते भी हैं और
अपनी ताकत का लोहा भी मनवाते हैं
©Deepak Kumar 'Deep'
#writing