मैं जब भी लिखता हूं 'मां' तो दरअसल मैं व्याख्या क | हिंदी Poetry

"मैं जब भी लिखता हूं 'मां' तो दरअसल मैं व्याख्या कर रहा होता हूं ; अनवरत संघर्ष का , अदम्य साहस का , असीम स्नेह का ... ... ©Krishna ka kavya"

 मैं जब भी लिखता हूं 'मां'

तो दरअसल मैं व्याख्या कर रहा होता हूं ;
अनवरत संघर्ष का ,
अदम्य साहस का ,
असीम स्नेह का ...
















...

©Krishna ka kavya

मैं जब भी लिखता हूं 'मां' तो दरअसल मैं व्याख्या कर रहा होता हूं ; अनवरत संघर्ष का , अदम्य साहस का , असीम स्नेह का ... ... ©Krishna ka kavya

#maa

People who shared love close

More like this

Trending Topic