अपने आँचल में सब चाँद तारे लिए।
अपनी बाहों के दोनों किनारे लिए ।
मेरी गुड़िया मेरी जां, मेरी जिंदगी ,
जी रही हूँ फ़कत मैं तुम्हारे लिए ।।
अंजली श्रीवास्तव
©Anjali Srivastav
अपने आँचल में सब चाँद तारे लिए
अपनी बाहों के दोनों किनारे लिए
मेरी गुड़िया मेरी जां, मेरी जिंदगी
जी रही हूँ फ़कत मैं तुम्हारे लिए
अंजली श्रीवास्तव