“जो भाँप लेते थे आवाज़ में नमी को भी, वो सिसकियों | हिंदी Poetry

"“जो भाँप लेते थे आवाज़ में नमी को भी, वो सिसकियों के शोर को भी अनसुना कर गए ।” ©Life Experience"

 “जो भाँप लेते थे आवाज़ में नमी को भी,

वो सिसकियों के शोर को भी अनसुना कर गए ।”

©Life Experience

“जो भाँप लेते थे आवाज़ में नमी को भी, वो सिसकियों के शोर को भी अनसुना कर गए ।” ©Life Experience

#loveforeveryone

#us @indu singh Dhyaan mira @POOJA UDESHI @Riti sonkar Sudha Tripathi

People who shared love close

More like this

Trending Topic