मंजिल पर हो नजर तो
मुश्किलों में क्या दम के
वह तुम्हें डराएं,
तुम कदम आगे बढ़ाते रहना
रास्ते अपने आप मिल जाएंगे
कौन कहता है
मंजिल पर पहुंचने से पहले
कांटों से ही मुलाकात होती है
अरे बात तो नजरिए की है
कांटों के साथ फुल भी
तो मिल जाएंगे
सफर होगा इतना सुहाना के
हर पल हर लम्हा कुछ ना कुछ
खास देकर ही जाएगा
©Monica Bora