White ज़ख्म बहुत गहरे थे..... पर रुकना मेरा.... मुन | हिंदी Shayari

"White ज़ख्म बहुत गहरे थे..... पर रुकना मेरा.... मुनाशी़ब न था में चाहता था इश्क़ मेरा..... मुक़म्मल हो... पर आशिक़ मेरा हक़ीक़त न था ©Painkiller_shayari"

 White ज़ख्म बहुत गहरे थे..... पर
रुकना मेरा.... मुनाशी़ब न था
में चाहता था इश्क़ मेरा..... 
मुक़म्मल हो... पर
आशिक़ मेरा हक़ीक़त न था

©Painkiller_shayari

White ज़ख्म बहुत गहरे थे..... पर रुकना मेरा.... मुनाशी़ब न था में चाहता था इश्क़ मेरा..... मुक़म्मल हो... पर आशिक़ मेरा हक़ीक़त न था ©Painkiller_shayari

mukammal ishq....

People who shared love close

More like this

Trending Topic