जिंदगी के यादगार पल
साथ उठना साथ बैठना,
मिल बांटकर खाना,
संग खेलना पढ़ना मस्ती करना,
वो बचपन की शरारतें,
वो दादी से कहानियां सुनना,
पानी की नाव चलाना,
स्कूल न जाने के बहाने बनाना,
पॉलिथीन की पतंग उड़ाना,
क्रिकेट खेलते समय शीशे फोड़ना,
गली में हड़कंप मचा सबको परेशान करना,
मस्ती में घूमना नाचते गाते जाना,
ये थे जिंदगी के खास लम्हे,
जिन्हें हमने बचपन में जिया है,
जो अब यादों में जिंदा है,
क्योंकि उनका स्थान मोबाइलों ने लिया है।
©Pinki Khandelwal
सचमुच सब अपनी लाइफ में इतने व्यस्त हैं,
मानो जिंदगी को जीना भूल गए हो।