ख़याल-ओ-ख़्वाब हुई हैं मुहब्बतें कैसी लहू में नाच | हिंदी Shayari

"ख़याल-ओ-ख़्वाब हुई हैं मुहब्बतें कैसी लहू में नाच रही हैं ये वहशतें कैसी न शब को चांद हैं अच्छा न दिन को मेहर अच्छा ये हम पे बीत रही हैं क़यामतें कैसी अज़ाब जीन का तबस्सुम सवाब जिनकी निगाह खिंची हुई हैं पस-ए-जानां सूरतें कैसी हवा के दोश पे रक्खे हुए चिराग़ हैं हम जो बुझ गये तो हवा से शिकायतें कैसी जो बेख़बर कोई गुज़रा तो ये सदा दी है मैं संग-ए-राह हू मुझ पर इनायतें कैसी ©Deepbodhi"

 ख़याल-ओ-ख़्वाब हुई हैं मुहब्बतें कैसी
लहू में नाच रही हैं ये वहशतें कैसी

न शब को चांद हैं अच्छा न दिन को मेहर अच्छा
ये हम पे बीत रही हैं क़यामतें कैसी

अज़ाब जीन का तबस्सुम सवाब जिनकी निगाह
खिंची हुई हैं पस-ए-जानां सूरतें कैसी

हवा के दोश पे रक्खे हुए चिराग़ हैं हम
जो बुझ गये तो हवा से शिकायतें कैसी

जो बेख़बर कोई गुज़रा तो ये सदा दी है
मैं संग-ए-राह हू मुझ पर इनायतें कैसी

©Deepbodhi

ख़याल-ओ-ख़्वाब हुई हैं मुहब्बतें कैसी लहू में नाच रही हैं ये वहशतें कैसी न शब को चांद हैं अच्छा न दिन को मेहर अच्छा ये हम पे बीत रही हैं क़यामतें कैसी अज़ाब जीन का तबस्सुम सवाब जिनकी निगाह खिंची हुई हैं पस-ए-जानां सूरतें कैसी हवा के दोश पे रक्खे हुए चिराग़ हैं हम जो बुझ गये तो हवा से शिकायतें कैसी जो बेख़बर कोई गुज़रा तो ये सदा दी है मैं संग-ए-राह हू मुझ पर इनायतें कैसी ©Deepbodhi

#leafbook love shayari most romantic love shayari in hindi for boyfriend

People who shared love close

More like this

Trending Topic