मैं सदा तुम्हारी कहलाऊं
मैं मीरा तुम्हारी, तुम प्रियतम हो मेरे
तुमसे प्रेम ही नहीं, तुम्हारी पूजा करूंगी
तुम्हारे लिए तो बावरी भी हो जाऊंगी
बस इतनी सी ख्वाहिश, यही है आरजू मेरी
पत्नी नहीं तो प्रेमिका या सखी का दर्जा पाऊं
तुम्हारे नाम के साथ मैं भी जोड़ दी जाऊं
जीवन पर्यन्त नाम तुम्हारा जपती रहूं
अंतिम समय... तुममें समा जाऊं
ओ कान्हा! मैं सदा तुम्हारी कहलाऊं …
✍️ यामिनी सूर्यजा
©Yaminee Suryaja
सर्वस्व कृष्ण, सर्वत्र कृष्ण...
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