White **मीठी बातों की कला** पता नहीं कैसे, मी | हिंदी कविता

"White **मीठी बातों की कला** पता नहीं कैसे, मीठी बातों से लोग दिलों में जगह बना लेते हैं। हम तो सच की राह पर, कभी-कभी कड़वाहट सा सच कह जाते हैं। शब्दों में मिठास भरना, जैसे शहद का झरना। पर हमारे शब्द तो, बादल जैसे बहते हैं— कभी गड़गड़ाते, तो कभी बरस जाते हैं। कहने को सादगी है, पर शायद यही हमारी कमी है। मीठे बोल से जो दिल जीतते हैं, हम उनकी राह समझ नहीं पाते हैं। पर सच की अपनी पहचान है, इसमें झूठ की न कोई परछाई है। दिल में जगह चाहे कम बने, पर जो बने, वह सच्चाई है। ©Writer Mamta Ambedkar"

 White **मीठी बातों की कला**  

पता नहीं कैसे,  
मीठी बातों से लोग  
दिलों में जगह बना लेते हैं।  
हम तो सच की राह पर,  
कभी-कभी कड़वाहट सा  
सच कह जाते हैं।  

शब्दों में मिठास भरना,  
जैसे शहद का झरना।  
पर हमारे शब्द तो,  
बादल जैसे बहते हैं—  
कभी गड़गड़ाते,  
तो कभी बरस जाते हैं।  

कहने को सादगी है,  
पर शायद यही हमारी कमी है।  
मीठे बोल से जो दिल जीतते हैं,  
हम उनकी राह समझ नहीं पाते हैं।  

पर सच की अपनी पहचान है,  
इसमें झूठ की न कोई परछाई है।  
दिल में जगह चाहे कम बने,  
पर जो बने, वह सच्चाई है।

©Writer Mamta Ambedkar

White **मीठी बातों की कला** पता नहीं कैसे, मीठी बातों से लोग दिलों में जगह बना लेते हैं। हम तो सच की राह पर, कभी-कभी कड़वाहट सा सच कह जाते हैं। शब्दों में मिठास भरना, जैसे शहद का झरना। पर हमारे शब्द तो, बादल जैसे बहते हैं— कभी गड़गड़ाते, तो कभी बरस जाते हैं। कहने को सादगी है, पर शायद यही हमारी कमी है। मीठे बोल से जो दिल जीतते हैं, हम उनकी राह समझ नहीं पाते हैं। पर सच की अपनी पहचान है, इसमें झूठ की न कोई परछाई है। दिल में जगह चाहे कम बने, पर जो बने, वह सच्चाई है। ©Writer Mamta Ambedkar

#sad_quotes

People who shared love close

More like this

Trending Topic