सुबह की रौशनाई सा वो मेरा इंतजार करता हैं अपनी कवि
"सुबह की रौशनाई सा वो मेरा इंतजार करता हैं
अपनी कविताओं से हि वो मेरा श्रृंगार करता हैं
ये तिलिस्म मेरी मोहब्बत का वो जरिया कहता हैं
इक शख़्स हैं जो मुझसे बनारस सा प्यार करता हैं...
@Himadri Pal"
सुबह की रौशनाई सा वो मेरा इंतजार करता हैं
अपनी कविताओं से हि वो मेरा श्रृंगार करता हैं
ये तिलिस्म मेरी मोहब्बत का वो जरिया कहता हैं
इक शख़्स हैं जो मुझसे बनारस सा प्यार करता हैं...
@Himadri Pal