तुझमें डूबे ख्वाबों का ये सिलसिला,
मेरे हर ख़याल को तेरा रंग मिला।
तुझसे बढ़कर न कोई ख्वाब मिला,
मेरे सवालों को जैसे नया हिसाब मिला।।
तेरी आँखों के जादू ने कैसा असर किया,
खुदा ने जैसे मेरी दुआओं को कबूल किया।
तेरी बाहों में आकर ये जाना मैंने,
जिंदगी को जीने का असल मक़सद मिला।।
©नवनीत ठाकुर
तुझमें डूबे ख्वाबों का ये सिलसिला,
मेरे हर ख़याल को तेरा रंग मिला।
खुदा ने जैसे मेरी दुआओं को कबूल किया।