प्रेम में पड़ा इंसान
होता है काफ़ी जलनखोर
मुझे भी जलन होती है
हर उस चीज़ से, हर इंसान से
जो तुम्हें सामने देख सकते हैं
उस लैपटॉप से भी जलन होती है
जिस पर तुम्हारी उंगलियां चलती है
उस फोन से जलन होती है
जो सदा तुम्हारे हाथ में होता है
तुम्हारी आँखों को छूने वाले चश्मे से
आँखों में लगने वाला काजल से
पैरों को छूने वाली पायल से
बालो को छूने वाली क्लिप से
हाथों को छूने वाली चूडिया से
माथे को छू लेने वाली बिंदी से
वो आईना जिसमें देखकर
तुम खुद को संवारती हो
वो आईना सबसे ज्यादा
भाग्यशाली मुझे लगता है
और इन सबसे ज्यादा जलन होती है
उन झुमको से मुझको
जो झुमको तुमको
सबसे ज्यादा प्यारे है ।
सावन शर्मा
बड़वानी
©pen_of_sawan
प्रेम में पड़ा इंसान
होता है काफ़ी जलनखोर
मुझे भी जलन होती है
हर उस चीज़ से, हर इंसान से
जो तुम्हें सामने देख सकते हैं
उस लैपटॉप से भी जलन होती है
जिस पर तुम्हारी उंगलियां चलती है
उस फोन से जलन होती है