जिन्दगी के तलास मे हम जाने कहा कहा भटकते है और हमे जिवन में दुःखो का सामना करना पड़ा है फिर भी ईसांन जिन्दगी से हमेशा परसान होकर मायुस रहता है ईसांन भुल जाता है कि सुख और दुःख दोनों के बीच एक आनोखी रिश्ता है फर्क इतना है कि सुख मे ईसांन सबको भुल जाता है और दुःख मे ईसांन सबको याद आता है ईसांन को जीने के लिए सब्र करनी चाहिए लालच नही सोच अच्छे रखोगे तो जिन्दगी सकुन से जीयोगे
©RAMLALIT NIRALA
अनमोल जिवन जिना है तो सोच हमेशा सही रखना