जिसकी समझ जितनी वो उतना ही कहता है लड़ना क्यों? ई

"जिसकी समझ जितनी वो उतना ही कहता है लड़ना क्यों? ईश्वर अल्लाह गुरु भगवान जो हैं वो हैं, नहीं हैं? लड़ना क्यों? उसने कह दिया जो वो सच तो नहीं था, या था? लड़ना क्यों? पूर्वजों के संस्कार हैं जिसको जितने मिले, ना मिले? लड़ना क्यों? तुम उसकी शरण में हो या वो तुम्हारी, तुम हो? लड़ना क्यों? वो खुद को नहीं बचा सकता, सकता है? लड़ना क्यों? ©Traveling poet 🎠"

 जिसकी समझ जितनी वो उतना ही कहता है
लड़ना क्यों?

ईश्वर अल्लाह गुरु भगवान जो हैं वो हैं, नहीं हैं?
लड़ना क्यों?

उसने कह दिया जो वो सच तो नहीं था, या था?
लड़ना क्यों?

पूर्वजों के संस्कार हैं जिसको जितने मिले, ना मिले?
लड़ना क्यों?

तुम उसकी शरण में हो या वो तुम्हारी, तुम हो?
लड़ना क्यों?

वो खुद को नहीं बचा सकता, सकता है?
लड़ना क्यों?

©Traveling poet 🎠

जिसकी समझ जितनी वो उतना ही कहता है लड़ना क्यों? ईश्वर अल्लाह गुरु भगवान जो हैं वो हैं, नहीं हैं? लड़ना क्यों? उसने कह दिया जो वो सच तो नहीं था, या था? लड़ना क्यों? पूर्वजों के संस्कार हैं जिसको जितने मिले, ना मिले? लड़ना क्यों? तुम उसकी शरण में हो या वो तुम्हारी, तुम हो? लड़ना क्यों? वो खुद को नहीं बचा सकता, सकता है? लड़ना क्यों? ©Traveling poet 🎠

#दोटूक

#IFPWriting

People who shared love close

More like this

Trending Topic