आज जिंदगी का एक
नया चेहरा देखा है।
एक बच्चे के सामने रोता हुआ
एक पिता देखा है।
आज जिंदगी का एक
नया चेहरा देखा है।
भरे बाजार में किसी को शर्मिंदा होते देखा है।
आज शाम मैंने बचपन को खोते देखा।
कठोरता की सारी हदें हुई है पार
लोगों पर से विश्वास को उठते देखा है।
आज जिंदगी का एक
नया चेहरा देखा है।
©Sonu Kumar Yadav
#halat