"White मुझे कहीं इंसाफ होता हुआ नज़र नहीं आ रहा,
दूसरी तरफ इंसान इंसान से हैवान है बनता जा रहा,
इंसाफ की आवाज़ तो उठा रहे हैं लोग,
मगर ये कौन शख़्स है जो है हमारी आवाज़ को दबाना चाह रहा,
एक तरफ हर आँख नम है,
तो दूसरी तरफ़ कोई अपने मतलब के लिए हमारे आँसुओं का फ़ायदा उठा रहा।
©Umme Habiba"