जो पुकारता था हर घड़ी
जो जुड़ा था मुझसे लड़ी-लड़ी,
वो शख्स अगर कभी मुझे
भूल जाये तो क्या करें।
मजबूर नहीं करेंगे तुझे
वादे निभानें के लिए,
बस एक बार आ जा,
अपनी यादें वापस ले जाने के लिए।
लबों पर लफ्ज़ भी अब
तेरी तलब लेकर आते हैं,
तेरे जिक्र से महकते हैं
तेरे सजदे में बिखर जाते हैं।
Shayar Ak...✍️
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©SHAYAR (AK)
Shayar Ak Ki Garam shayari😈👿