@'बस,,,एक आवाज़'@
बस,,,बहुत सह लिया मैंने अब
खौफ़ को तेरे मिटा दूँगी
छू कर देख तू मुझको अब
टुकड़े हज़ार तेरे कर दूँगी
दिल में जलती ज्वाला मेरे
आंखों में धधकते अंगारे हैं
मौत से पहले गिन ले तू
पाप,कुकर्म तेरे सारे हैं
कब तक डर कर जीती रहूँ मैं
कब तक आंसू पीती रहूँ मैं
छू कर देख तू आन मेरी
अवमान, विनाश तेरा कर दूँगी
छू कर देख तू मुझको अब
टुकड़े हज़ार तेरे कर दूँगी
©नेहा यादव
#बस ,,,,,