a-person-standing-on-a-beach-at-sunset ये जनवरी क्यो आता है ?
सिले हुए जख्म को फिर उकेर जाता है
हो सकता था जो मेरे खुशियो का महिना
हर बार आंशु और यादो का शैलाब दे जाता है
उफ ये जनवरी क्यो आता है ?
हां वक्त बहुत आगे जा चुका
फिर भी ये महिना हर बार मुझे चार साल पिछे लौटा ले जाता है
दर्द मे तङपते देख कर भी हंसता चेहरा नजर आता है
मोहब्बत बस मोहरा बन जाता
ये जनवरी क्यो आता है ?
एक नन्हा चेहरा याद आता है
छुना जो चाहु गायब हो जाता है
इसी महिने
मेरा जान मुझसे बहुत दुर निकल जाता है
हाय ये जनवरी क्यो आता है?
©Reetu
#जनवरी क्यो आता है