आत्मा अनंत है न अंत इसका है कोई, मोक्ष यदि मिल गय | हिंदी कविता Video

"आत्मा अनंत है न अंत इसका है कोई, मोक्ष यदि मिल गया यही तो अंतिम छोर है, ढूंढता मैं फिर रहा परमात्मा को संसार भर, कण - कण विराजता परमात्मा चारो ओर है, राज है अधर्म पर ये धर्म भी महान है, लेखा तेरा लिख रहा वो सर्व शक्तिमान है ज्ञाता वो ब्रम्हाण्डो का इसका न तुझको भान है कर्म जो तू कर रहा है सबका उसको ज्ञान है ©Ankit Rai "

आत्मा अनंत है न अंत इसका है कोई, मोक्ष यदि मिल गया यही तो अंतिम छोर है, ढूंढता मैं फिर रहा परमात्मा को संसार भर, कण - कण विराजता परमात्मा चारो ओर है, राज है अधर्म पर ये धर्म भी महान है, लेखा तेरा लिख रहा वो सर्व शक्तिमान है ज्ञाता वो ब्रम्हाण्डो का इसका न तुझको भान है कर्म जो तू कर रहा है सबका उसको ज्ञान है ©Ankit Rai

#ChaltiHawaa #Sabka usko Gyan hai#hindi poems#new poem

People who shared love close

More like this

Trending Topic