मां अगर घनी वृष तो घनी छांव है पापा
जिस की छांव में सुरक्षित हर कोई है रहता
हम बच्चों की इच्छा पूरी करते हैं वह
ईश्वर रूप में वरदान है हमारे मम्मी पापा
सदैव बनकर रहना मम्मी पापा के दास
यही है सबसे अनमोल और खास
मेरे लिए और उसे थोड़े है प्यारे
बड़े नाजों से पाले हैं ईश्वर बन
अच्छे संस्कारों को सिखलाते वह प्रतिफल
प्रेम और अपनेपन की छांव से
अच्छे बुरे का ज्ञान देते हैं हरदम
माता पिता के ज्ञान को
रखता हूं मैं सदैव मान
मेरे आदर्श स्वाभिमान है वह
हर एक जीत में मैं करता हूं उनका ही गुणगान
ईश्वर से मांगू यही वरदान
हर जन्म में बंधन की ही संतान
आपकी आशीर्वाद की छांव से
सदा महकता रहे मेरा जहान
©ashish gupta
#maaPapa
मां अगर घनी वृष तो घनी छांव है पापा
जिस की छांव में सुरक्षित हर कोई है रहता
हम बच्चों की इच्छा पूरी करते हैं वह
ईश्वर रूप में वरदान है हमारे मम्मी पापा
सदैव बनकर रहना मम्मी पापा के दास