यह कौन मुझे याद करता है इतना ,
मैं सह नहीं पाऊंगी ,
मेरे एहसास भी मेरे साथ है ,
मैं उनके बगैर और कहीं रह नहीं पाऊंगी ,
यह कौन आग लगाए बैठा है ,
यह किसका धुआं निकल रहा है ,
खामोशियों में छींको ने बहाल किया ,
तुम्हें भी याद आती होगी ,
मेरे एहसासो ने ख्याल किया ।
©Bhanu Priya
#Yadein poetry love poetry in Hindi poetry on love @Andy Mann @GOPAL @jo_dil_kahe @Ravi Ranjan Kumar Kausik @Kavya