कोमल मन के सिद्धिविनायक
धरते शक्तिशाली गज का भेष
भक्तों के सब कष्ट हैं हर लेते
मिटाते मन में छिपे सब क्लेश
मेरे आराध्य मेरे श्रीगणेश...
बुद्धि के देव विद्या सुखदाता
जग को ज्ञान का देते संदेश
मोदक-सी मधुर आपकी भक्ति
एकदंत दयावंत श्रीगणेश
मेरे आराध्य मेरे श्रीगणेश...
दर्शन मिल जाए गणपति बप्पा
और कोई इच्छा न रहे फिर शेष
लंबोदर के विशाल हृदय में
करूणा अपार क्रोध लवलेश
मेरे आराध्य मेरे श्रीगणेश...
-📝 शब्दोंकीनगरी
#शब्दोंकीनगरी #shabdokinagari
#Ganeshaji #Ganesh
@vivekpali