क्या लिखूँ
जब देखा नही
महसूस किया नहीं
मात पिता का स्नेह
मिला नहीं कोमल स्पर्श मात का
या पाया नहीं कठोर दुलाड़ पीता का
मैं अभागा मन तड़पा
मानों
दीवार से उखड़े हुए
पोस्टर की याद
रह रह कर
मेरे बिस्तर पर उतरती रहीं
व्याकुल मन से
मैं सोता रहा हूँ
तकिये को सर पे रख कर.....
@निशीथ
©Nisheeth pandey
#maaPapa
क्या लिखूँ
जब देखा नही
महसूस किया नहीं
मात पिता का स्नेह
मिला नहीं कोमल स्पर्श मात का
या पाया नहीं कठोर दुलाड़ पीता का
मैं अभागा मन तड़पा