हवा, पानी का स्वच्छ स्त्रोत हो। पर्यावरण हमारा प्र | हिंदी Poetry Vide

"हवा, पानी का स्वच्छ स्त्रोत हो। पर्यावरण हमारा प्रदूषण मुक्त स्वस्थ हो। जन जन में वन के प्रति। प्रेम भाव हो वन्य धन के प्रति। परस्पर पर्यावरण का संरक्षण का प्रण हो। प्राकृतिक संपदा का हरण न क्षरण हो। ©Narendra kumar "

हवा, पानी का स्वच्छ स्त्रोत हो। पर्यावरण हमारा प्रदूषण मुक्त स्वस्थ हो। जन जन में वन के प्रति। प्रेम भाव हो वन्य धन के प्रति। परस्पर पर्यावरण का संरक्षण का प्रण हो। प्राकृतिक संपदा का हरण न क्षरण हो। ©Narendra kumar

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