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White रचना दिनांक ,,21, ब नवम्बर 2024 वार गुरुव | हिंदी मोटिवेशनल

"White रचना दिनांक ,,21, ब नवम्बर 2024 वार गुरुवार समय सुबह ्््पांच बजे ््निज विचार ्् ््भावचित्र ्् ््््शीर्षक ््् ्््छाया चित्र में दिखाया गया गगन निहारते हुए एकाएक ही सुन्दर ,,और सार्थक, है,,, हे मेरा मानना ही जिंदगी में नवगति नव स्वपन में अभिनय कर देख रहा है, चलचित्र द़श्य और द़श्यावलोकन से अपनी दिशा में एक स्वर पुकार , नाद प्रेम शब्द संग्रह में शब्द सरोवर में स्नान करने वाले अच्छे लगते है्् स्वपन आत्मप्रेम आत्मसात करने वाले अच्छे लगते है ्् जीवन मंत्र एक जीवंत प्रयास कर रहे जीवन यात्रा में शामिल समन्वय स्थापित कर रहे हैं ,, आज के परिवेश में दिनचर्या में तीखे सवाल तौर तरीके लौकिक और अलौकिक पारलौकिक शक्तियों से, मायावी संसार में जगत में एक जीवंत मंथन चिन्तन मनन ही जिंदगी है।। ईश प्राप्ति हेतु गुप्त मंत्रसिद्ध स्फटिक माला से जप साधना , अष्टलक्ष्मी धनवंतरी पूजणऔषधीय गुणान्चा माला वैजन्ती माला से जप करें ।। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे यह दर्शन करने वाले अगहन मास में मुख्य रूप है ,, मेरे निज विचार है करे साधना प्रकृति में आनंद स्वरुपिणी दैवीय, स्वाहादैवीय स्वपत्नी स्वधादैवीय ,नरनारायण नमोस्तुते नमोस्तुते नमस्ते दैवीय नमः।। अन्न, धन, संपत्ति, धनधान्य से पूर्ण सम्पूर्ण विश्व जगत में निहित निष्ठा और लगन जुनून है,, मेरा जीवन क्षण क्षणिका एहसास क्षणिका में एक स्वर में प्रेम शब्द से, अखिल विश्व में जनजीवन मंगलमय हो प्यारा हिंदुस्तान हमारा है।। आज अशांति और वैमनस्यता से जन्मा है,, वैचारिक मतभेद और जहरीले दंश झेल रही । आकुलता से व्याकूलता से जनजीवन हैरान परेशान जमाने में लोग,, अवश्य ही जिंदगी से जुड़ी हुई घटनाओं से बहुत ही परेशान हैं यह साम्प्रदायिक भेद भाव और धार्मिक उन्माद से जन्मा विचार सच में जहरीले सांप प्रतीत हो रहा है।। ््््कवि शैलेंद्र आनंद ्् 21,, नवम्बर,,2024,, ©Shailendra Anand"

 White रचना दिनांक ,,21, ब नवम्बर  2024
वार   गुरुवार
समय सुबह ्््पांच  बजे
््निज विचार ््
््भावचित्र ््
््््शीर्षक ्््
्््छाया चित्र में दिखाया गया गगन निहारते हुए एकाएक ही सुन्दर ,,और सार्थक, है,,,
हे  मेरा मानना ही जिंदगी में नवगति नव स्वपन में अभिनय  कर देख रहा है,
 चलचित्र द़श्य और द़श्यावलोकन से अपनी दिशा में एक स्वर पुकार ,
नाद प्रेम शब्द संग्रह में शब्द सरोवर में स्नान करने वाले अच्छे लगते है््
 स्वपन आत्मप्रेम आत्मसात करने वाले अच्छे लगते है ््
जीवन मंत्र एक जीवंत प्रयास कर रहे जीवन यात्रा में शामिल समन्वय स्थापित कर रहे हैं ,,
आज के परिवेश में दिनचर्या में तीखे सवाल तौर तरीके लौकिक और अलौकिक पारलौकिक
 शक्तियों से, मायावी संसार में जगत में एक जीवंत मंथन चिन्तन मनन ही जिंदगी है।।
ईश प्राप्ति हेतु गुप्त मंत्रसिद्ध स्फटिक माला से जप साधना ,
अष्टलक्ष्मी धनवंतरी पूजणऔषधीय गुणान्चा माला वैजन्ती माला से जप करें ।।
शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे यह दर्शन करने वाले अगहन मास में मुख्य रूप है ,,
मेरे निज विचार है करे साधना प्रकृति में आनंद स्वरुपिणी दैवीय,
 स्वाहादैवीय स्वपत्नी स्वधादैवीय ,नरनारायण नमोस्तुते नमोस्तुते नमस्ते दैवीय नमः।। 
अन्न, धन, संपत्ति, धनधान्य से पूर्ण सम्पूर्ण विश्व जगत में निहित निष्ठा और लगन जुनून है,,
 मेरा जीवन क्षण क्षणिका एहसास क्षणिका में एक स्वर में प्रेम शब्द से,
 अखिल विश्व में जनजीवन मंगलमय हो प्यारा हिंदुस्तान हमारा है।।
आज अशांति और वैमनस्यता से जन्मा है,,
 वैचारिक मतभेद और जहरीले दंश झेल रही ।
आकुलता से व्याकूलता से जनजीवन हैरान परेशान जमाने में लोग,,
अवश्य ही जिंदगी से जुड़ी हुई घटनाओं से बहुत ही परेशान हैं 
यह साम्प्रदायिक भेद भाव और धार्मिक उन्माद से जन्मा विचार सच में जहरीले सांप प्रतीत हो रहा है।।
््््कवि शैलेंद्र आनंद ््
21,, नवम्बर,,2024,,

©Shailendra Anand

White रचना दिनांक ,,21, ब नवम्बर 2024 वार गुरुवार समय सुबह ्््पांच बजे ््निज विचार ्् ््भावचित्र ्् ््््शीर्षक ््् ्््छाया चित्र में दिखाया गया गगन निहारते हुए एकाएक ही सुन्दर ,,और सार्थक, है,,, हे मेरा मानना ही जिंदगी में नवगति नव स्वपन में अभिनय कर देख रहा है, चलचित्र द़श्य और द़श्यावलोकन से अपनी दिशा में एक स्वर पुकार , नाद प्रेम शब्द संग्रह में शब्द सरोवर में स्नान करने वाले अच्छे लगते है्् स्वपन आत्मप्रेम आत्मसात करने वाले अच्छे लगते है ्् जीवन मंत्र एक जीवंत प्रयास कर रहे जीवन यात्रा में शामिल समन्वय स्थापित कर रहे हैं ,, आज के परिवेश में दिनचर्या में तीखे सवाल तौर तरीके लौकिक और अलौकिक पारलौकिक शक्तियों से, मायावी संसार में जगत में एक जीवंत मंथन चिन्तन मनन ही जिंदगी है।। ईश प्राप्ति हेतु गुप्त मंत्रसिद्ध स्फटिक माला से जप साधना , अष्टलक्ष्मी धनवंतरी पूजणऔषधीय गुणान्चा माला वैजन्ती माला से जप करें ।। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे यह दर्शन करने वाले अगहन मास में मुख्य रूप है ,, मेरे निज विचार है करे साधना प्रकृति में आनंद स्वरुपिणी दैवीय, स्वाहादैवीय स्वपत्नी स्वधादैवीय ,नरनारायण नमोस्तुते नमोस्तुते नमस्ते दैवीय नमः।। अन्न, धन, संपत्ति, धनधान्य से पूर्ण सम्पूर्ण विश्व जगत में निहित निष्ठा और लगन जुनून है,, मेरा जीवन क्षण क्षणिका एहसास क्षणिका में एक स्वर में प्रेम शब्द से, अखिल विश्व में जनजीवन मंगलमय हो प्यारा हिंदुस्तान हमारा है।। आज अशांति और वैमनस्यता से जन्मा है,, वैचारिक मतभेद और जहरीले दंश झेल रही । आकुलता से व्याकूलता से जनजीवन हैरान परेशान जमाने में लोग,, अवश्य ही जिंदगी से जुड़ी हुई घटनाओं से बहुत ही परेशान हैं यह साम्प्रदायिक भेद भाव और धार्मिक उन्माद से जन्मा विचार सच में जहरीले सांप प्रतीत हो रहा है।। ््््कवि शैलेंद्र आनंद ्् 21,, नवम्बर,,2024,, ©Shailendra Anand

#sad_quotes मोटिवेशनल कोट्स
्््कवि््शैलेन्द़ आनंद ््

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