देखते देखते समय रेत सा फिसल गया,
लो फिर मिले हम,
मगर जमाना बदल गया।
याद आईं वो बातें,
वो मुलाकातें,
ऐसा लगा हम वहीं हैं,
और समय निकाल गया।
कुछ भी में नहीं भूली,
कुछ तुम भी तो नहीं भूले,
बातों का सिलसिला भी,
वैसे ही लंबा चला।
सब कुछ पहले जैसा था,
पर पहले जैसा है कुछ भी नही,
चाहतों ने भी देखो,
रंग कैसा बदल लिया।
✍🏻 लक्ष्मी कौशल
©Lakshmi Kaushal
#met_again