भगवान नमन स्मरण करने से परम पद भी प्राप्त किया जा सकता है इसमें संदेह नहीं है यह मोक्ष का द्वार है और इस लोकी के युग में तत्पश्चात चारे की तरह सुगम मार्ग का दर्शन भी है प्रभु का निरंतर समर्पण करना कोई कठिन विषय नहीं है इस लोक में अन्य विषयों के साथ ही भगवान के समरण करते रहने में कोई व्यवधान नहीं है पृथ्वी पर जन्म के बाद परम उद्देश्य को धारण करना मनुष्य का प्रथम कर्तव्य अपने कर्तव्य से विमुख होकर मानव मात्र अंधकार में भटकता है और लाखों योनियों में जन्म लेकर कष्टों को भोक्ता है
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#RajniMeme अपने कर्तव्य से विमुख होकर मानव अंधकार की ओर जाता है