Time quotes
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#Time  वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता,   किसी को समय देकर उनका टाइमपास बनने से अच्छा है,
किसी को अपना वक्त दो किसी का सहारा बनो।

©rajesh dhurve

#Time वक्त रुकता नहीं है

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#विचार  वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, समय किसी का मोहताज नही होता। 
बस अपनी ही धुन में चलता रहता है। 
लेकिन हम समय के अनुसार चलना नही जानते
 इसलिए अक्सर पिछड़ जाते है।
 पिछड़ कर जब याद आता है कि कितना कुछ निकल गया है 
तब हम समय को पीछे करने के लिये दौड़ते है।
 तब तक समय ही नही बल्कि समय के साथ 
सब कुछ आगे निकल चुका होता है। 
देखने को यह सिर्फ एक दीवार जैसी लगती है
 लेकिन अभेद्य होती है। 
सम्भवतः विज्ञान दीवारों के पार जाने की विज्ञान को खोज ले 
लेकिन तब तक हम पंच भूतों के अस्तित्व में खो चुके होंगे।

©Prashant Roy

Time wait for none. समय किसी का इंतज़ार नही करता। @Suruchi Roy

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वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, बहुत कुछ छोडा है तेरे भरोसे ए वक्त, बस तू दगाबाज ना निकलना..! ©Bhavya Raj Bunker

#Time  वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, बहुत कुछ छोडा है तेरे भरोसे ए वक्त, बस तू दगाबाज ना निकलना..!

©Bhavya Raj Bunker

time #Time

13 Love

वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, है जिंदगी कितनी खूबसूरत, जिन्हें अभी ये पता नहीं है‌। आनन्द लो हर पल का ,इससे बेहतर कल कहीं नहीं हैं।। ©Mahesh Mamodiya

 वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, है जिंदगी कितनी खूबसूरत, जिन्हें अभी ये पता नहीं है‌।
आनन्द लो हर पल का ,इससे बेहतर कल कहीं नहीं हैं।।

©Mahesh Mamodiya

वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, है जिंदगी कितनी खूबसूरत, जिन्हें अभी ये पता नहीं है‌। आनन्द लो हर पल का ,इससे बेहतर कल कहीं नहीं हैं।। ©Mahesh Mamodiya

4 Love

वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, बात हो मन में अगर कोई आंखें रात भर पलके झपकती है। टूटी फूटी नींद लिए सुबह-सुबह आंख उम्मीद की खुलती है। दिन तो बीत जाता है बस काम में न जाने कब श्याम ढलती है। किसे बताएं, किसे सुनाएं और किसे न जाने क्या समझाएं शायद दुनिया और जिंदगी लगभग इसी पे चलती है। दीवार से वो एक लटकि अजीवित घड़ी, घड़ी-घड़ी समय बदलती है। ©MRunAL Lyrics of my soul

#Emotional #shayri #kavita #Shayar  वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, बात हो मन में अगर कोई आंखें रात भर पलके झपकती है।

टूटी फूटी नींद लिए सुबह-सुबह आंख उम्मीद की खुलती है।

दिन तो बीत जाता है बस काम में न जाने कब श्याम ढलती है।

किसे बताएं, किसे सुनाएं और किसे न जाने क्या समझाएं
शायद दुनिया और जिंदगी लगभग इसी पे चलती है।

दीवार से वो एक लटकि अजीवित घड़ी, 
घड़ी-घड़ी समय बदलती है।

©MRunAL Lyrics of my soul
#Struggle  वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, ज़िन्दगी का एक नया दौर शुरू हो गया है,
एकबार फिर गिरकर उठने का,
उठकर चलने का,
चलकर दौड़ने का
और
दौरकर मंजिल तक पहुँचने का वक़्त आ गया है!

©chandni chouhan

#Struggle

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