The result were जिंदगी के खेल में चाहे हमारी हार हो या चाहे जीत हो
लड़े ऐसे की हारने के बाद भी अंदर से एक आवाज आये
आज हारे है कल हम ही जीतेंगे
एक बाजी हारे तो क्या हुआ ऐसे हजार मौके मिलेंगे
बस इंतजार करो अगले पल का और लड़ते रहो जीत अवश्य होगी
हार और जीत के फासले को जिंदगी कहते हैं
- Rahul Kavi
The result were थाम लूँकि जाने दूँ
वो परछाईयाँ इज़हार की
देख लूँ कि जाने दूँ
ख़्वाब तेरी चाह की
लिख दूँ कि रहने दूँ
नज़्म तेरे नाम की
जीत लूँ कि हार जाऊँ
ये बाज़ी इंतज़ार की
- Rahul Kavi
The result were किया है कर्म तुमने छोड दो अब राम पर चिंता
न डरो परिणाम से न करो नाम की चिन्ता
कई ऐसे लोग हैं जो हार के भी जंग जीत आते हैं
रखो विश्वास मन में और छोण दो राम पर चिंता
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