मैं आखिरी पन्ना..... मुझे लिख जाता,
किस बात की जल्दी थी जिंदगी को थोड़ा और पढ़ जाता,
कुछ पन्ने बाकी थे, उन्हें पलटा जाता,
पूरे सिर्फ मेरे लफ़्ज़ थे , कहानी पूरी दे जाता,
मैं आखिरी पन्ना..... मुझे लिख जाता....
बिना सवाल किए, किस जवाब की तलाश थी तुझे
कोई सवाल तो कर जाता,
तेरे अंदर थी बातेँ कई किसी से तो keh जाता....
कुछ बातें होती, कुछ समझाया जाता,
मैं आखिरी पन्ना... मुझे लिख जाता.....
मसला तेरी बातों का तुझ तक रह जाना है
बिना कहे कोई समझे , ऐसा ज़माना भी नहीं है,
तेरे दर्द को तूने कैसे किसी से ज़्यादा समझा,
अपने परिवार को अकेले छोड़ जाना क्या तूने सही समझा ,?
थोड़ा किसी और का ख्याल कर जाता,
आखिरी पन्ने तक पहुंच जाता,
मैं आखिरी पन्ना..... मुझे लिख जाता....
✍️By Ayasha panwar
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