मेरे ख्यालों के ख्याल में भी सिर्फ तू है । तेरी फिक्र में हूँ मैं, मुझसे बेफ़िक्र तू है ।। राबता ये चंद रोज का एहसास तो नहीं । मेरे नादाँ इश्क़ का मुक्कमल जिक्र त.
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