कभी- कभी इंसान सच मे थक जाता है।
खामोश रहते-रहते;द
  • Latest
  • Popular
  • Video

कभी- कभी इंसान सच मे थक जाता है। खामोश रहते-रहते;दर्द सहते-सहते।। सब्र करते-करते;उमीद रखते-रखते।। रिश्ते निभाते-निभाते;सफाई देते-देते।। और अपनो को मनाते-मनाते।।।। i love you my husband ji ©Vandana paswan

#विचार  कभी- कभी इंसान सच मे थक जाता है।
खामोश रहते-रहते;दर्द सहते-सहते।।
सब्र करते-करते;उमीद रखते-रखते।।
रिश्ते निभाते-निभाते;सफाई देते-देते।।
और अपनो को मनाते-मनाते।।।।
i love you
my husband ji

©Vandana paswan

कभी- कभी इंसान सच मे थक जाता है। खामोश रहते-रहते;दर्द सहते-सहते।। सब्र करते-करते;उमीद रखते-रखते।। रिश्ते निभाते-निभाते;सफाई देते-देते।। और अपनो को मनाते-मनाते।।।। i love you my husband ji ©Vandana paswan

4 Love

Trending Topic