"लग्न जब से तुझसे लागी,
सूने मन में जल गई बाती;
भक्ति में वो शक्ति है,
बाती प्रेम की जले ये दिन-राती।
मग्न रहूँ अब बस तेरी धुन में,
सच्चियाँ जोता वाली माता रानी;
बिगड़ी मेरी बनाने वाली,
"लग्न जब से तुझसे लागी,
सूने मन में जल गई बाती;
भक्ति में वो शक्ति है,
बाती प्रेम की जले ये दिन-राती।
मग्न रहूँ अब बस तेरी धुन में,
सच्चियाँ जोता वाली माता रानी;
बिगड़ी मेरी बनाने वाली,
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