tags

New कारणोदकशायी विष्णु Status, Photo, Video

Find the latest Status about कारणोदकशायी विष्णु from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about कारणोदकशायी विष्णु.

  • Latest
  • Popular
  • Video

🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥ नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू । भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥ भावार्थ:- नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है, " हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं, विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं । नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये । ©Shivkumar barman

#वासुदेवाय #विष्णु #महादेव #भक्तों #भगवान #संसार  🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿

नारद जानेउ नाम प्रतापू ।
जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥
नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू ।
भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥

भावार्थ:-
नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है, " हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं,
विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं ।
नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये ।

©Shivkumar barman

@Abhishek Kumar Pandey Sudha Tripathi @Gyansagar Chaudhari @Kavi Dilip Mishra @Farhan Shaikh 🌿 #ॐ नमो भगवते #वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ

11 Love

🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥ नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू । भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥ भावार्थ:- नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है, " हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं, विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं । नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये । ©बेजुबान शायर shivkumar

 🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿

नारद जानेउ नाम प्रतापू ।
जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥
नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू ।
भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥

भावार्थ:-
नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है,
" हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं,
विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं ।
नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये ।

©बेजुबान शायर shivkumar

🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि #हरि हर प्रिय आपू ॥ नामु जपत #प्रभु कीन्ह प्रसादू । भगत सिरोमनि भे प्रहल

14 Love

#भक्ति #navratri  
कात्यायनी मैया, शरणागत को चरणों में ले लो,  
हे मातारानी दुनिया में, तेरी कृपा बड़ी महान् है।
आदिशक्ति का छठा रूप हो तुम, शक्ति स्वरूपा,
महिषासुर मर्दनी रूप में, जग में तेरी पहचान है।
कात्यायनी मां…….

ब्रह्मा, विष्णु, महेश के आग्रह पर हे देवी महारानी,
आदिशक्ति दुर्गा भवानी का दिया, रूप यह वरदान है।
कात्यायन ऋषी आश्रम गई थी, आप बेटी बनकर,
धर्म ग्रंथों में हे मां, ऐसा ही तेरा अमर निशान है।
कात्यायनी मां………..

पीताम्बर परिधान तुमको, बहुत भाता है देवी माता,
पंचमेवा तेरे भोग का भवानी, मन पसंद सामान है।
द्वापर में ब्रजमंडल की, अधिष्ठात्री देवी रही थी मां,
त्रेता युग में रामावतार में, श्रीहरि की रही शान है।
कात्यायनी मां…………..

मैया, महिषासुर वध करके, दिया तुमने सुंदर उपहार,
तीनों लोक में बजा डंका, आज भी वही सम्मान है।
चार भुजाओं वाली देवी, तुम सारे जग की जननी हो,
अस्ताचल की शोभा मैया, तू सबके मन का अरमान है।
कात्यायनी मां …………..

©IG @kavi_neetesh

कात्यायनी माता अराधना (माता रानी के षष्टम रूप की अराधना) “आप सभी मित्रों एवं साथियों तथा प्यारे बच्चों को शारदीय नवरात्रि के परम पावन

135 View

=============================== समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी =============================== शिव से विवाह कर महागौरी ने धारी है, माथे पर अर्धचंद्रमाॅं तो कहलाईं चंद्रघंटा। महिषासुर से ब्रह्मा,विष्णु, महेश के कोप, क्रोधाग्नि ऊर्जा से प्रगटी है माॅं चंद्रघंटा।। शिव त्रिशूल,विष्णु चक्र, इंद्र घंटा,सूर्य ने, अपना तेज,तलवार,और सिंह सौंप दिए। माॅंं महिषासुरमर्दिनी आक्राॅंता वध कर, स्वर्ग में देवों के दूर राक्षसी खौप किए।। नवरात्रि तृतीय दिवस माॅंं चन्द्रघंटा की, प्रताप परम शांतिदायक,कल्याणकारी। दस हाथों में खड्ग,बाण, कमल, धनुष, तलवार,त्रिशूल,गदा वअस्त्र-शस्त्र धारी।। नौ रात्रि माॅं की विलक्षण कहानी भक्तों, इस विधि कहलाईं है माॅं शिव पटरानी।। अनन्त-अनादि ब्रम्ह की अद्भुत शक्ति वे, अखण्ड साधना-तपोबल से हुई वरदानी।। माता की अलौकिक स्वरूप दिलाएगी, कलयुगी क्रुर-पापी-पाखण्डि़यों से मुक्ति। सहृदय माॅं की आराधना-साधना करें तो, सुझाऍंगी माता कठिन समय नव युक्ति।। कमल,शंखपुष्पी फूल अर्पित करें माॅंं को, स्वर्णिम आज शास्वत महाशक्ति दायिनी।। चंचल मन राक्षस न बने विकृत हो कर रे, समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी।। =========================== ©बेजुबान शायर shivkumar

#चंद्रघंटा #नवरात्रि #ब्रह्मा #महागौरी #विष्णु #भक्ति  ===============================
      समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी
===============================

शिव से विवाह कर महागौरी ने धारी है,
माथे पर अर्धचंद्रमाॅं तो कहलाईं चंद्रघंटा।
महिषासुर से ब्रह्मा,विष्णु, महेश के कोप,
क्रोधाग्नि ऊर्जा से प्रगटी है माॅं चंद्रघंटा।।

शिव त्रिशूल,विष्णु चक्र, इंद्र घंटा,सूर्य ने, 
अपना तेज,तलवार,और सिंह सौंप दिए।
माॅंं महिषासुरमर्दिनी आक्राॅंता वध कर,
स्वर्ग में देवों के दूर राक्षसी खौप किए।।

नवरात्रि तृतीय दिवस माॅंं चन्द्रघंटा की,
प्रताप परम शांतिदायक,कल्याणकारी।
दस हाथों में खड्ग,बाण, कमल, धनुष, 
तलवार,त्रिशूल,गदा वअस्त्र-शस्त्र धारी।।

नौ रात्रि माॅं की विलक्षण कहानी भक्तों,
इस विधि कहलाईं है माॅं शिव पटरानी।।
अनन्त-अनादि ब्रम्ह की अद्भुत शक्ति वे,
अखण्ड साधना-तपोबल से हुई वरदानी।।

माता की अलौकिक स्वरूप दिलाएगी,
कलयुगी क्रुर-पापी-पाखण्डि़यों से मुक्ति।
सहृदय माॅं की आराधना-साधना करें तो,
सुझाऍंगी माता कठिन समय नव युक्ति।।




कमल,शंखपुष्पी फूल अर्पित करें माॅंं को,
स्वर्णिम आज शास्वत महाशक्ति दायिनी।।
चंचल मन राक्षस न बने विकृत हो कर रे,
समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी।।

===========================

©बेजुबान शायर shivkumar

White {Bolo Ji Radhey Radhey} 🌙 जो लोग किसी कारण एकादशी व्रत नहीं रखते हैं, उन्हें एकादशी के दिन भोजन में चावल का प्रयोग नहीं करना चाहिए, तथा झूठ एवं परनिंदा से बचना चाहिए, उसके साथ मन भगवान श्री कृष्ण का लगातार चिंतन करना चाहिए, और जो व्यक्ति एकादशी के दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करता है, उस पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा होती है। जय श्री राधेकृष्ण जी। ©N S Yadav GoldMine

#मोटिवेशनल #sad_quotes  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
🌙 जो लोग किसी कारण एकादशी 
व्रत नहीं रखते हैं, उन्हें एकादशी के 
दिन भोजन में चावल का प्रयोग नहीं 
करना चाहिए, तथा झूठ एवं परनिंदा 
से बचना चाहिए, उसके साथ मन 
भगवान श्री कृष्ण का लगातार चिंतन 
करना चाहिए, और जो व्यक्ति एकादशी 
के दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करता 
है, उस पर भगवान विष्णु की विशेष 
कृपा होती है। जय श्री राधेकृष्ण जी।

©N S Yadav GoldMine

#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} 🌙 जो लोग किसी कारण एकादशी व्रत नहीं रखते हैं, उन्हें एकादशी के दिन भोजन में चावल का प्रयोग नहीं करना

13 Love

#भक्ति

भक्ति वीडियो##श्री विष्णु प्रियाये नमो नमः ##nojoto

90 View

🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥ नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू । भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥ भावार्थ:- नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है, " हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं, विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं । नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये । ©Shivkumar barman

#वासुदेवाय #विष्णु #महादेव #भक्तों #भगवान #संसार  🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿

नारद जानेउ नाम प्रतापू ।
जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥
नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू ।
भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥

भावार्थ:-
नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है, " हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं,
विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं ।
नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये ।

©Shivkumar barman

@Abhishek Kumar Pandey Sudha Tripathi @Gyansagar Chaudhari @Kavi Dilip Mishra @Farhan Shaikh 🌿 #ॐ नमो भगवते #वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ

11 Love

🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥ नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू । भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥ भावार्थ:- नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है, " हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं, विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं । नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये । ©बेजुबान शायर shivkumar

 🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿

नारद जानेउ नाम प्रतापू ।
जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥
नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू ।
भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥

भावार्थ:-
नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है,
" हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं,
विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं ।
नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये ।

©बेजुबान शायर shivkumar

🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि #हरि हर प्रिय आपू ॥ नामु जपत #प्रभु कीन्ह प्रसादू । भगत सिरोमनि भे प्रहल

14 Love

#भक्ति #navratri  
कात्यायनी मैया, शरणागत को चरणों में ले लो,  
हे मातारानी दुनिया में, तेरी कृपा बड़ी महान् है।
आदिशक्ति का छठा रूप हो तुम, शक्ति स्वरूपा,
महिषासुर मर्दनी रूप में, जग में तेरी पहचान है।
कात्यायनी मां…….

ब्रह्मा, विष्णु, महेश के आग्रह पर हे देवी महारानी,
आदिशक्ति दुर्गा भवानी का दिया, रूप यह वरदान है।
कात्यायन ऋषी आश्रम गई थी, आप बेटी बनकर,
धर्म ग्रंथों में हे मां, ऐसा ही तेरा अमर निशान है।
कात्यायनी मां………..

पीताम्बर परिधान तुमको, बहुत भाता है देवी माता,
पंचमेवा तेरे भोग का भवानी, मन पसंद सामान है।
द्वापर में ब्रजमंडल की, अधिष्ठात्री देवी रही थी मां,
त्रेता युग में रामावतार में, श्रीहरि की रही शान है।
कात्यायनी मां…………..

मैया, महिषासुर वध करके, दिया तुमने सुंदर उपहार,
तीनों लोक में बजा डंका, आज भी वही सम्मान है।
चार भुजाओं वाली देवी, तुम सारे जग की जननी हो,
अस्ताचल की शोभा मैया, तू सबके मन का अरमान है।
कात्यायनी मां …………..

©IG @kavi_neetesh

कात्यायनी माता अराधना (माता रानी के षष्टम रूप की अराधना) “आप सभी मित्रों एवं साथियों तथा प्यारे बच्चों को शारदीय नवरात्रि के परम पावन

135 View

=============================== समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी =============================== शिव से विवाह कर महागौरी ने धारी है, माथे पर अर्धचंद्रमाॅं तो कहलाईं चंद्रघंटा। महिषासुर से ब्रह्मा,विष्णु, महेश के कोप, क्रोधाग्नि ऊर्जा से प्रगटी है माॅं चंद्रघंटा।। शिव त्रिशूल,विष्णु चक्र, इंद्र घंटा,सूर्य ने, अपना तेज,तलवार,और सिंह सौंप दिए। माॅंं महिषासुरमर्दिनी आक्राॅंता वध कर, स्वर्ग में देवों के दूर राक्षसी खौप किए।। नवरात्रि तृतीय दिवस माॅंं चन्द्रघंटा की, प्रताप परम शांतिदायक,कल्याणकारी। दस हाथों में खड्ग,बाण, कमल, धनुष, तलवार,त्रिशूल,गदा वअस्त्र-शस्त्र धारी।। नौ रात्रि माॅं की विलक्षण कहानी भक्तों, इस विधि कहलाईं है माॅं शिव पटरानी।। अनन्त-अनादि ब्रम्ह की अद्भुत शक्ति वे, अखण्ड साधना-तपोबल से हुई वरदानी।। माता की अलौकिक स्वरूप दिलाएगी, कलयुगी क्रुर-पापी-पाखण्डि़यों से मुक्ति। सहृदय माॅं की आराधना-साधना करें तो, सुझाऍंगी माता कठिन समय नव युक्ति।। कमल,शंखपुष्पी फूल अर्पित करें माॅंं को, स्वर्णिम आज शास्वत महाशक्ति दायिनी।। चंचल मन राक्षस न बने विकृत हो कर रे, समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी।। =========================== ©बेजुबान शायर shivkumar

#चंद्रघंटा #नवरात्रि #ब्रह्मा #महागौरी #विष्णु #भक्ति  ===============================
      समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी
===============================

शिव से विवाह कर महागौरी ने धारी है,
माथे पर अर्धचंद्रमाॅं तो कहलाईं चंद्रघंटा।
महिषासुर से ब्रह्मा,विष्णु, महेश के कोप,
क्रोधाग्नि ऊर्जा से प्रगटी है माॅं चंद्रघंटा।।

शिव त्रिशूल,विष्णु चक्र, इंद्र घंटा,सूर्य ने, 
अपना तेज,तलवार,और सिंह सौंप दिए।
माॅंं महिषासुरमर्दिनी आक्राॅंता वध कर,
स्वर्ग में देवों के दूर राक्षसी खौप किए।।

नवरात्रि तृतीय दिवस माॅंं चन्द्रघंटा की,
प्रताप परम शांतिदायक,कल्याणकारी।
दस हाथों में खड्ग,बाण, कमल, धनुष, 
तलवार,त्रिशूल,गदा वअस्त्र-शस्त्र धारी।।

नौ रात्रि माॅं की विलक्षण कहानी भक्तों,
इस विधि कहलाईं है माॅं शिव पटरानी।।
अनन्त-अनादि ब्रम्ह की अद्भुत शक्ति वे,
अखण्ड साधना-तपोबल से हुई वरदानी।।

माता की अलौकिक स्वरूप दिलाएगी,
कलयुगी क्रुर-पापी-पाखण्डि़यों से मुक्ति।
सहृदय माॅं की आराधना-साधना करें तो,
सुझाऍंगी माता कठिन समय नव युक्ति।।




कमल,शंखपुष्पी फूल अर्पित करें माॅंं को,
स्वर्णिम आज शास्वत महाशक्ति दायिनी।।
चंचल मन राक्षस न बने विकृत हो कर रे,
समर्पित माॅं चंद्रघंटा की महिममयी कहानी।।

===========================

©बेजुबान शायर shivkumar

White {Bolo Ji Radhey Radhey} 🌙 जो लोग किसी कारण एकादशी व्रत नहीं रखते हैं, उन्हें एकादशी के दिन भोजन में चावल का प्रयोग नहीं करना चाहिए, तथा झूठ एवं परनिंदा से बचना चाहिए, उसके साथ मन भगवान श्री कृष्ण का लगातार चिंतन करना चाहिए, और जो व्यक्ति एकादशी के दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करता है, उस पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा होती है। जय श्री राधेकृष्ण जी। ©N S Yadav GoldMine

#मोटिवेशनल #sad_quotes  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
🌙 जो लोग किसी कारण एकादशी 
व्रत नहीं रखते हैं, उन्हें एकादशी के 
दिन भोजन में चावल का प्रयोग नहीं 
करना चाहिए, तथा झूठ एवं परनिंदा 
से बचना चाहिए, उसके साथ मन 
भगवान श्री कृष्ण का लगातार चिंतन 
करना चाहिए, और जो व्यक्ति एकादशी 
के दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करता 
है, उस पर भगवान विष्णु की विशेष 
कृपा होती है। जय श्री राधेकृष्ण जी।

©N S Yadav GoldMine

#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} 🌙 जो लोग किसी कारण एकादशी व्रत नहीं रखते हैं, उन्हें एकादशी के दिन भोजन में चावल का प्रयोग नहीं करना

13 Love

#भक्ति

भक्ति वीडियो##श्री विष्णु प्रियाये नमो नमः ##nojoto

90 View

Trending Topic